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बॉलीवुड एक्टर्स सनी देओल ने ‘गदर-2’ के जरिए बॉक्स ऑफिस पर वापसी की है। तारा सिंह के अवतार में सनी देवरानी फिर एक बार सुपरहिट हो गईं। आईएमडीबी के साथ एक जिज्ञासापूर्ण साक्षात्कार में सनी डीटेल ने नई पीढ़ी के कलाकारों को एड की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें बॉडी बनाने की भूमिका में अपने अभिनय पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अप्रत्याशित रूप से हो कि 65 साल के गदर: एक प्रेम कथा के अभिनेता सनी अख्तर ने इंडस्ट्री में एक पूरे दौर को एक साथ फिल्म में देखा है।
सनी बेटे बोले- हम बॉडीबिल्डर नहीं हैं
सनी ने कहा, “बॉडीबिल्डिंग करना और डांस करना छोड़ दो। अपने अभिनय पर फोकस करो। आपके पास भूखा है और वह ही आगे है, क्योंकि हमें उसी की जरूरत है। हम लोग बॉडीबिल्डर्स नहीं हैं। आपको मजबूत और स्वस्थ होना चाहिए।” होना चाहिए, और स्पष्ट रूप से संगीत पर भी हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है। मुझे पता है कि आप सभी ने मेरी पुरानी फिल्में देखी हैं, और कई कलाकारों की भी। इनमें से कई बहुत अच्छे काम कर रहे हैं।
‘गदर-1’ और ‘गदर-2’ की कहानी
“सैद्धांतिक अपना हीरो बनाया, ना कि उन लोगों को जो सिर्फ मसल्स बनाकर इधर-उधर घुमा रहे हैं।” बता दें कि गदर-2 में अमीषा पटेल फिर एक बार नजराना का किरदार निभाती नजर आई हैं और इस बार तारा सिंह अपने बेटे स्टेजजीत को लेकर पाकिस्तान चली गई हैं। साल 2001 में आई फिल्म ‘गदर’ की कहानी 1945 के दौर में बुनी गई थी, वहीं ‘गदर-2’ की कहानी 1917 के दौर में बुनी गई थी। अक्षय कुमार उन्होंने कहा, ”आपको ऐसा लगता है कि यह बहुत पुरानी फिल्म है, लेकिन हमने इसे जॉनर ने तैयार किया है।”
पहले से कितनी बदली है फिल्म डिमांड?
कुछ प्राचीन फ़िल्मों में कितनी जगहें हैं? इस सवाल के जवाब में सनी डीवीडी ने कहा, “फिल्म निर्माण नहीं हुआ है, यह बेहतर हुआ है। तकनीक बेहतर हुई है, और अब तो इसमें और भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि हमें फिल्मों के साथ बहुत इवॉल्व करने की जरूरत है।” नहीं है, क्योंकि अंत में हमारा कलचर, हमारी कंपनी, हमारा इतिहास वही रहता है जो वह है। आज की पीढ़ी जानती है कि वो कौन हैं, वो आज यहां तक कैसे हैं।”