शर्लक होम्स के बारे में क्या पता है? ये हॉलीवुड फिल्मों में देखने वाला वो डिटेक्टिव जो मृत शरीर को हाथ लगाए बिना ही बताता है कि कैसे हुआ। हॉलीवुड के इस डिटेक्टिव को भारत के रोहन सिप्पी और श्रीजीत मुखर्जी ने देसी टच की कोशिश 'शेखर होम्स' के रूप में हमारे सामने पेश किया है। अब ये देसी टच अच्छा है या बुरा, ये तो पढ़ने के बाद ही पता चलेगा।
कहानी कुछ ऐसी है कि…
व्रत साहनी (रणवीर शौरी) खुदकी खोज में डूबे हुए हैं और भटकते भटकते पश्चिम बंगाल के लोनपुर में बसे मंगल आश्रम तक जय तारा हैं। वह जिस घर के एक कमरे को किराए पर लेते हैं, उसी घर में शेखर होम्स (के के मेनन) पहले से ही रह रहे हैं। जयव्रत की मुलाकात शेखर से तब होती है जब वह फ्री में एक केस सॉल्व कर रहे होते हैं। धीरे-धीरे-दारा शेखर और जयव्रत में दोस्ती हो गई और फिर दोनों साथ मिलकर एक के बाद एक केस सॉल्व करने लगे।
अभिनेता और उनकी अभिनेत्रियाँ
रणवीर शौरी, 'बिग बॉस डायलॉग 3' की वजह से इस वक्त में हैं। ऐसे में 'बिग बॉस 3' के ग्रैंड फिनाले के ठीक 12 दिन बाद सीरीज की रिलीज के लिए मास्टर स्ट्रोक प्रोवोक हो सकता था। लेकिन, नहीं होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि 'बिग बॉस सुपरहीरो 3' में रिवाइवल की पर्सनैलिटी और उनके किरदारों को देखने के बाद लोग बहुत अच्छे काम की उम्मीद कर रहे हैं। ऐसे में 'शेखर होम्स' में उनका साइड रोल कहीं-न-कहीं खटकता है। इसमें कोई दोराहा नहीं है कि उन्होंने साइड रोल में भी अच्छा काम किया है। अगर उन्हें शेखर होम्स का किरदार दिया जाए तो बात कुछ और होती है। हालाँकि, शेखर होम्स के रूप में के मेनन भी बहुत जंच रहे हैं। वे मज़ेदार अभिनय की हैं। वहीं, कीर्ति सोलो ने अपने लुक और किरदारों से हैरान कर दिया है।
कहानी और थ्रिल
सीरीज की स्टारकास्ट काफी अच्छी है, लेकिन कहानी उतनी ही फीकी है। शेखर होम्स बने के मेनन ने शार्लक होम्स के किरदारों को एलेमिक की तरह बताया है, लेकिन सीरीज में उन्हें जिन केसों को स्कॉलरशिप की जिम्मेदारी दी गई है वो एलेमिक नहीं मिले। नतीजे ये हुए कि पूरी कहानी से थ्रिल गायब हो गया और कहानी भविष्यवाणी में लगी।
देखें या नहीं
अगर आप परिवार के साथ एक क्राइम ड्रामा सीरीज देखते हैं और ज्यादा खून खराबा भी नहीं देखते हैं तो ये सीरीज आपके लिए है। अगर आप कोर क्रोम थीम जॉनर के फैन हैं तो यह सीरीज आपको निराश कर सकती है।