Thursday, May 22, 2025
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वेब सीरीज रिव्यु न्यू: उनमादी सोशल मीडिया के बीच एक धुंधली सी कहानी है ‘डेप वर्सेस हार्ड’


जॉनी डेप और एंबर हार्ड। हॉलीवुड की वो सेलेब्रिटी जोड़ी, जिन पर कभी दुनिया जान लुटाती थी। लेकिन साल 2022 में कोर्टरूम में दोनों के इस रिश्ते की ऐसी बखिया उधड़ी, जिसे देखने वाला और देखने वाला हर कोई सा इंटरव्यू देता रहा। एक के बाद एक बरामदगी का आरोप, अग्रिम सच और बंदोबस्ती फर्जीवाड़ा। 2022 में कोर्ट का फैसला जॉनी डेप के पक्ष में आया, लेकिन यह भी सच है कि इस केस ने दोनों की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी। कोर्ट से लेकर दोनों को लेकर आम लोगों की भी अलग-अलग राय बन गई है। नेटफ़्ल डॉक्युमेंट्री सीरीज़ ‘डेप वर्सेज हार्ड’ पर 16 अगस्त को रिलीज़ हुई नई डॉक वर्सेज हार्ड इस पूरे मामले की गहनता है।

‘डेप वर्सेज़ हार्ड’ की कहानी

‘डेप वर्सेस हार्ड’ हॉलीवुड सुपरस्टार जॉनी डेप और उनके एक स्टैन्डर्ड वाइल्ड, एकट्रेस एंबर हार्ड के खिलाफ स्टूडियो के स्टूडियो-गिर घूमते हैं। जॉनी डेप ने वाशिंगटन पोस्ट में शापे एंबर हार्ड के ऑप-एड लेख के बाद 50 मिलियन डॉलर का मुकदमा दायर किया था। इस लेख में एंबर हार्ड ने खुद को ‘घरेलू हिंसा का प्रतिनिधित्व करने वाली पी मोटरसाइकिल पहलवान’ के बारे में बताया था।

यहां देखें, डेप वी. हर्ड का टेलीकॉम

‘डेप वर्सेज़ हार्ड’ डॉकक्यू-सीरीज़ रिव्यु

यह डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ इस पर जोर डालती है कि जॉनी डेप और एंबर हार्ड का यह मुकदमा सिर्फ अदालत में ट्रायल तक ही सीमित नहीं था। यह केश वर्जिनिया फेयरफैक्स कोर्टहाउस के बाहर दुनिया में भी इसी तरह चल रहा था। यह डॉक्युमेंट्री जॉनी डेप और एंबर हार्ड के बीच में जानलेवा अपराधी पर करीब से नज़र डालती है। डीपी ने यह मुकदमा ‘वाशिंगटन पोस्ट’ में शापे एंबर हार्ड के ऑप-एड लेख के खलीफा में किया था। एक फोटोग्राफर ने अपने हीरे में 50 मिलियन डॉलर की हर्जाने की मांग की थी। जो एक चीज़ इस पूरे केस में अगल थी, वो है कोर्ट ट्रायल की लाइव डॉयरेक्ट्रीमिंग, जिसने न सिर्फ लीगल पार्लर, बल्क के प्यारे शौकीन और आम जनता का भी खुलासा किया। सोशल मीडिया पर इस केस को लेकर कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई। लोगों ने ऐसी रुचि ली कि हर कोई अपने में जज बन गया। समझा जाता है कि बाहरी दुनिया में हो रही इस व्यापाक चर्चा ने कहीं न कहीं जॉनी डेप के पक्ष में निर्णय को लेकर मह सिद्धांत पूर्ण भूमिका निभाई।

कोर्ट में एंबर हार्ड और जॉनी डेप

यह क्राइम डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ मायकोम्योटी के रूप में कोर्ट के ट्रायल पर आधारित है। इसके साथ ही सोशल मीडिया की कमेंट्री और इन्फ्लुएंशर्स की राय भी शामिल है। सामान्य श दस्तावेजों में कहा गया है कि पूरी डॉक्यूमेंट्री में कोर्ट रूम ट्रायल, यूट्यूब और टिकटॉक क्लिप के साथ-साथ एक फ्लैटर्स के इंटरव्यू के फुटेज से जुड़े हुए हैं। इसमें जो भी जानकारी दी गई है, उसमें कोर्ट रूम में मुक़दमा दर्ज किया गया है। डेलच डॉक्युमेंट्री है कि इस डॉक्युमेंट्री को देखकर आपको ऐसा लगता है कि इसमें एंबर हार्ड का पलड़ा थोड़ा भारी रखा गया है। आख्यार में यह भी बताया गया है कि जॉनी डेप की जीत इसलिए हुई कि कोर्ट को एंबर हार्ड के कई सहयोगियों पर भरोसा नहीं हुआ। इसके साथ ही ट्रायल के दौरान जिस तरह के डेप को सोशल मीडिया का सपोर्ट मिला, उसने कोर्ट को भी प्रभावित किया।

जॉनी-डेप

‘डेप वर्सेस हार्ड’ डॉकक्यूमेंट्री श्रृंखला

इस डॉक्यूमेंट्री को देखने के बाद यह बात बिल्कुल साफ हो गई है कि जॉनी डेप और एंबर हार्ड के अलावा इस पूरे मामले में तीसरा प्रमुख खिलाड़ी सोशल मीडिया पर था। दिन-ब-दिन, एक पूर्वाग्रह के साथ लक्ष्य को कवर किया गया। किसी सिद्धांत की तरह सोशल मीडिया ने एंबर हार्ड की हर शैली को बढ़ाया चाडकर दिखाया। इस ट्यूटोरियल के दौरान मीडिया ट्रायल भी चल रहा था, जहां कई लोगों ने जज की तरह अपने जजमेंट सुनाए। यदि आपने जॉनी डेप और एंबर हार्ड के कोर्ट केस को अच्छे से फॉलो किया है तो आपको इस डॉक्यूमेंट्री में कुछ भी नया नहीं मिलेगा। बल्क गेम कई मायनों में यह डबलव की तरह है, जो हम पहले से जानते हैं। ट्रायल के दौरान हैशटैग #JusticeForJohnnyDepp कई दिनों तक ट्रेंड करता रहा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी पॉपुलैरिटी अरबों में पहुंच गई।

हालाँकि, इस डॉक्युमेंट्री में कई जगहों पर आपको यह कमी बताई गई है कि फ़्रैट्स और कॉन फ़्लैटेंट को अच्छे से बताया या समझाया नहीं गया है। इस कारण यह आपको बांध नहीं पाएगा। दूसरी ओर, यह डॉक्युमेंट्री हमारे समाज की स्थिर स्थिति पर भी टिप्पणी करती है। यह कहा गया है कि निश्चित रूप से, कोर्ट रूम में एम्बर हार्ड की भावनाओं और उनके द्वारा दिए गए साक्ष्यों में कमी थी, लेकिन किसी को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि यह घरेलू हिंसा और बाधाओं पर था। लेकिन दुर्भाग्य से, इस गंभीर मामले को कई लोगों ने मंजूरी दे दी। इस केस के बारे में डॉक्यूमेंट्री में एक टिकटॉकर की राय दिखाई गई है, जिसमें कहा गया है कि यह मुकदमा ‘मनाहानी के केस के रूप में एक पीआर अभियान’ था।

तस्वीरें देखें- ‘डेप वर्सेज हार्ड’ एक उत्कृष्ट डॉकक्यूमेंट्री श्रृंखला है। ऐसा लगता है कि इसका मकसद जॉनी डेप को टूरिस्ट वेव पर ले जाना है। वैसे, इसे एक बार तो देखा ही जा सकता है।



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