पंचायत वेब सीरीज में विधायकजी का रोल निभाने वाले पंकज झा अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने करियर और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी कई सारी बातें की। बताया गया कि गैंग्स ऑफ वासेपुर में सुल्तान कुरैशी का रोल वह करने वाले थे जो बाद में पंकज त्रिपाठी को मिल गया। उन्होंने कहा कि उद्योग के लोग बहुत लिजलिजे हैं और बिना रीढ़ के हैं जो अपनी बात तक नहीं रख पाते।
हाथ से गया
पंचायत में पंकज झा के किरदार में विधायक को लोग भले ही नफरत करें लेकिन उनकी एक्टिंग की वजह से वह काफी नाराज हो रही है। पंकज झा ने डिजिटल कॉमेंट्री पॉडकास्ट में पंचायत कास्ट, अनुराग कश्यप से संबंध, इंडस्ट्री की राजनीति और गैंग्स ऑफ वासेपुर पर भी बात की। गैंग्स ऑफ वासेपुर में सुल्तान कुरैशी का किरदार पहले पंकज त्रिपाठी ने निभाया है। पंकज झा का कहना है कि पहले उन्हें यह रोल ऑफर हुआ था। पंकज झा बताते हैं, हम एक फिल्म कर रहे थे। पटना गए तो मैसेज आया एमसी का (मुकेश छाबड़ा) का कि भैया आ जाओ। बाद में पता चला कि पतला कोई और कर रहा है। मुझे लगा कि वहां से अफसोस हुआ होगा।
राजनीति से फ़ायदा नहीं
उनसे पूछा गया कि क्या इंडस्ट्री की राजनीति पर दुख होता है? इस पर पंकज बोले, मुझे कोई सुराग नहीं मिलता कि मेरे पीछे क्या पॉलिटिक्स होती है। अगर वो पॉलिटिक्स मुझे नुकसान पहुंचा गया तो पॉलिटिक्स करने वाला जीत गया। मुझे कोई फ़ायदा नहीं। पीठ पीछे पॉलिटिक्स करने वाले कायर होते हैं।
लिजलिजे लोग हैं
पंकज ने पूछा कि अनुराग कश्यप के साथ अच्छा काम किया। उनके साथ अच्छा रैपो है। फिर ऐसा क्या हुआ? पंकज बोले, हम लोग निर्देशक निर्माता हैं। लेकिन यहां तो बहुत डरपोक, लिजलिजे और स्पाइनलेस लोग हैं जो अपनी बात तक नहीं रखते। अनुराग को अभी भी मैं बहुत प्यार करता हूँ। मैं हक जानने वाला कौन हूं कि मुझे ही रोल मिलना चाहिए।
हिंदुस्तान का आईक्यू कम है
पंकज बोले, पंचायत के सेट पर नकली लोग नहीं थे। जमीन से जुड़े लोग थे। उन्होंने एक्टिंग स्कूलों को दुकान बताया। बोले, कोई किसी को कला नहीं सिखा सकता। उद्योग में सब बिक गए हैं। जो ऐक्ट नहीं है वह ऐक्टर है। हिंदुस्तान का आईक्यू कम है। लोग यही सिनेमा देख रहे हैं। जो डायलॉग नहीं बोल पाते वो स्टार बने हैं।