नयनतारा-विग्नेश शिवन ने 6 साल पहले ही कर ली थी शादी, सरोगेसी पर जांच बैठी तो किया खुलासा
नयनतारा और विग्नेश शिवन ने जून, 2022 में शादी की थी। अक्टूबर, 2022 में उन्हें जुड़वा बेटे हुए, जिसके बाद लोगों ने सवाल खड़े किए कि शादी के चार महीने में ये कैसे। तब पता चला कि इन्होंने सरोगेसी की मदद ली थी। सरकार ने जांच बिठाई तो कपल ने सबूत पेश किए।
- विग्नेश शिवन ने जुड़वा बेटों के होने की दी थी गुड न्यूज
- सरकार ने सरोगेसी से बच्चे करने पर बिठाई थी जांच
- कपल ने सरकार के सामने पेश किए शादी के सबूत
स्टार कपल नयनतारा और विग्नेश शिवन (Nayanthara-Vignesh Shivan) ने तमिलनाडु हेल्थ डिपार्टमेंट को एक एफिडेविट सौंपा। इसमें उन्होंने बताया कि उनकी शादी 6 साल पहले ही रजिस्टर्ड हो चुकी थी। यह बात तब सामने आई जब तमिलनाडु हेल्थ मिनिस्टर मा सुब्रमण्यम ने सरोगेसी कानून का उल्लंघन करने के लिए कपल पर जांच बिठाने की बात कही।
मौजूदा कायदे-कानून के हिसाब से कपल तभी सरोगेसी का सहारा ले सकते हैं, जब पांच साल तक उन्हें कोई भी बेबी न हुआ है। नयनतारा और विग्नेश शिवन ने जांच की बात होने के बाद शादी के रजिस्ट्रेशन के कागज के साथ-साथ एफिडेविट भी जमा किया है, जिससे ये साफ है कि उनकी शादी 6 साल पहले हो गई थी।
नयनतारा के बेटों को जन्म किसने दिया, पता चल गया
फिलहाल हेल्थ डायरेक्टर द्वारा बनाई गई टीम इस मामले की जांच कर रही है। जहां बच्चा हुआ है, उस चेन्नई वाले अस्पताल का भी पता चल गया है। साथ ही दुबई में रहने वाली मलयाली महिला ने जुड़वा बेटों को जन्म दिया है, इसका भी खुलासा हो गया है।
विग्नेश शिवन ने शेयर की थी बच्चों की तस्वीर
बता दें कि 9 अक्टूबर को विग्नेश शिवन ने ट्विटर पर बच्चे कई कई तस्वीरें शेयर की थीं। इसमें उन्होंने फैन्स को खुशखबरी दी थी कि उन्हें जुड़वा बेटे हुए हैं। कैप्शन में उन्होंने लिखा था- नयन और मैं अम्मा और अप्पा बन गए हैं। हमें जुड़वा बेटे हुए हैं। हमारी सभी दुआएं और हमारे पूर्वजों का आशीर्वाद, इन दो जुड़वा बेटों के रूप में मिला है। अब आप सभी का आशीर्वाद चाहिए। उईर और उलगम। जिंदगी और भी खूबसूरत लग रही है।’
नयनतारा के जुड़वा बेटों के नाम का मतलब
इनके बेटों के नाम Uyir और Ulagam है, जो कि तमिल के शब्द हैं। यूइर का मतलब लाइफ है वहीं उलगम का मतलब वर्ल्ड यानी दुनिया है। बेटों के जन्म के बाद सोशल मीडिया पर सभी ने इनको बधाइयां दी थीं। सब खुश थे लेकिन जांच वाली बात से सभी परेशान हो गए थे। हालांकि अब एफिडेविट देने से शायद बात सम्भल जाए।