फाइनल आफताब ने ‘डेक्सटर’ वेब सीरीज में ऐसा क्या देखा, जो दिलोदिमाग में बैठ गया? आफताब ने पुलिस को श्रद्धा की हत्या की जो कहानी सुनाई, वह कुछ वैसी ही है, जैसे ‘दैत्य फैमिली मैन 2’ में नजर आई। पर इस हत्या के लिए उसने ‘डेक्सटर’ वेब सीरीज को देखकर दिमाग लगाया।
डेक्सटर की कहानी, जिससे आफताब को मिला था
कहानी डेक्सटर नाम के एक ऐसे बच्चे की है, जो 3 साल की उम्र में अनाथ हो गया था। वह बचपन में अपनी मां के साथ जो गुस्सा करती है, वह उसके दिल-दिमाग पर बहुत बुरा असर डालती है। डेक्सटर ने बचपन में अपनी मां की एक चेनसॉ या आरी जैसे हथियार से क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी थी। बाद में डेक्सटर की पुलिस अधिकारी हैरी मॉर्गन गोद लेती है। डेक्सटर के दिमाग पर मां की हरबरी हत्या का आघात था, उसे देखते हुए हैरी मॉर्गन अपने खून की चादरों को अपनी पहचान के साथ सही दिशा में इस्तेमाल करने का फैसला करता है। वह ऐसे मुजरिमों को मारने में मदद करता है जो न्यायपालिका का गलत फायदा उठाने वाले खतरनाक कार्यों को अंजाम देते हैं और उन्हें सजा नहीं मिलती है। यह अपना काम छुपाने के लिए डेक्सटर फॉरेंसिक एनालिस्ट के तौर पर काम करता है। डेक्सटर जब हत्या करता है तो बड़ी सावधानी बरतता है। वह जिन टुकड़ों में हत्या करके लाशें काटता है, उन्हें पूरी तरह से प्लास्टिक से कवर करके रखता है। हाथों में ग्लव्स पहनते हैं। किसी को संदेह नहीं होता और वह पकड़ा जाता है, इसलिए वह लाशों और उनके मोहरे को अटलांटिक महासागर की खाड़ी में बहा देता है।
‘डेक्सटर’ के 8वें सीजन हैं
डेक्सटर ए अमेरिकन क्राइम ड्रामा है, जिसे पहली बार 1 अक्टूबर 2006 को रिलीज़ किया गया था। सात नवंबर को इस वेब सीरीज को री-लॉन्च किया गया। ‘डेक्सटर’ वेब सीरीज के अब तक कुल 8 सीजन आ चुके हैं। इसमें माइकल सी हॉल ने डेक्सटर की पहचान की थी। अपराध और जुर्म की दुनिया पर पहले भी काफी फिल्में और बन रही हैं। लेकिन ओटीटी के आ जाने से इस तरह के शोज और दुनिया भर की सामग्री तक लोग पहुंच गए। जिस तरह से इस तरह के विषय पर बनी फिल्में और वेब सीरीज लोगों के दिमाग पर असर डाल रहे हैं, उस पर ध्यान देने की जरूरत है।
देखिए Dexter वेब सीरीज का टेलीकॉम:
पुलिस को आफताब को पकड़ने में लगे 6 महीने
आफताब ने श्रद्धा हत्या की साजिश कुछ इस तरह रची थी कि उस तक पहुंचने में पुलिस को 6 महीने लग गए। जिस तरह ‘डेक्सटर’ वेब सीरीज में लीड दो पर्सनैलाइट वाली जिंदगी जी रहा था और जिस तरह किसी को उसके जागरण का पता नहीं चला, उसी तरह आफताब भी ऐसा ही है। आफताब का मासूम चेहरा देखकर कोई अंदाजा नहीं लग सकता है कि यह वही हैवान है, जिसने अपने हाथों से श्रद्धा को मारा और फिर उसकी लाश को आरी से 35 मोह में काट डाला। यह वेब सीरीज अमेज़न प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है।
आफताब ने बताया क्यों की श्रद्धा की हत्या
श्रद्धा महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली थी और वहां पर एक कॉल सेंटर में काम करती थी। उसी में काम करते हुए श्रद्धा की मुलाकात आफताब अमीन पूनावाला से हुई। देखते ही देखते दोनों की दोस्ती हो गई और फिर करीब आ गए। हालांकि श्रद्धा और आफताब के परिवार वाले इस रिश्ते से खुश नहीं थे। इसी वजह से दोनों मुंबई छोड़कर दिल्ली आ गए और लिव-इन में रहने लगे। आफताब को श्रद्धा के पिता की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आफताब ने पुलिस को बताया कि श्रद्धा उस अस्कर ही काम करती थी। वह उस पर शादी करने का दबाव डाल रही थी। इसी कारण से तंग आकर उसने श्रद्धा का स्थारा करने का निर्णय लिया।