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कुमार अक्षय इन दिनों बैक-टू-बैक इंटरव्यू दे रहे हैं। उनकी फिल्म मिशन रानीगंज थिएटर्स में है। यह फिल्म भले ही कॉमर्शियली ज्यादा सफल न हुई हो लेकिन अक्षय कुमार इसे अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म मानते हैं। कुमार अक्षय का मानना है कि यह बहुत ईमानदार फिल्म है। उन्हें लगता है कि इंसान का बहादुर होना बहुत ज़रूरी है। अक्षय अब ऐसी फिल्में लेकर आते हैं जिनमें शामिल हैं सोशल टेलीकॉम स्टॉक हो। ऐसी ही फिल्में पैडमैन और टेलर की एक प्रेमकथा भी थी। एक साक्षात्कार के दौरान अक्षय कुमार ने कहा कि लोगों की सोच की जरूरत है। साथ ही उदाहरण दिया कि पैडमैन के इवेंट के दौरान एक स्पेशलिस्ट को भी पैड लेने में झंझट हो रही थी।
नहीं झगड़ा चाहता
कुमार अक्षय बॉलीवुड के खिलाड़ी रह रहे हैं। एक वक्त था जब वह स्क्रीन पर एक्शन में नजर आईं। कुछ साल से वह बस कॉमेडी और सोशल मीडिया वाली फिल्में करते दिख रहे हैं। हाल ही में उनकी मिशन फिल्म क्वीनगंज रिलीज हुई है। यह एक अनसंग हीरो टैलेंट गिल की सच्ची कहानी है। इससे पहले सेक्स एजुकेशन पर फिल्म ओमजी 2 आई थी जो काफी चर्चे थे। फिल्म को सीबीएफसी ने एक संस्थापक दिया था। इंडिया टुडे से बातचीत में अक्षय इस बात पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस पर अलगाव नहीं चाहते। जो भी फिल्म उन्हें अच्छी लगी। अक्षय ने कहा कि खुशी है कि फिल्म साबिक पर आ रही है तो सब लोग देखें।
पैड लेने से मना
इसके बाद उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि कैसे लोगों की सोच की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 2018 में उन्होंने पैडमैन फिल्म बनाई थी। उस वक्त लोगों की बात नहीं थी कि हाथ में पैड पकड़ लें। लोग इसे पढ़ने के लिए भी तैयार नहीं थे। अक्षय ने कहा, मैं एक स्पेशलिस्ट के साथ खड़ा था। मैं नाम नहीं लूँगा. मैं पैडमैन इवेंट का मुख्य अतिथि था। वह प्रोजेक्ट पास आया और कान में बोला कि उसे पैड न पकड़ाया जाए क्योंकि ‘अच्छा नहीं लगता’। ऐसी थी सोच.